टी-20 वर्डकप 2022 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में इंग्लैंड ने भारतीय टीम को दस विकेटों से करारी मात देकर टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस शर्मनाक हार के बाद अब भारत को भी क्रिकेट जगत मे चोकर्स कहा जाने लगा है।
अभी तक दक्षिण अफ्रीका को ही क्रिकेट का चोकर्स माना जाता रहा है। क्रिकेट जगत मे चोकर्स का अर्थ होता है कि 'सफलता के बहुत करीब पहुंच कर असफल हो जाना।' और पिछले काफी समय से टीम इंडिया के साथ भी ऐसा ही हो रहा है कि सफलता के करीब पहुंच कर टीम असफल हो जा रही है।

टीम इंडिया का पिछला इतिहास देखा जाए तो पिछले 6 विश्वकप में से 5 बार नॉकआउट दौर से बाहर हो चुकी है।
जब इस वर्डकप की शुरुआत हुई तो तमाम क्रिकेट विशेषज्ञ भारतीय टीम को ही इस विश्वकप का प्रबल दावेदार मान रहे थें। और ग्रुप स्तरीय मैचों में भी भारत का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा जिसमे अपने पांच में से 4 मैच जीतकर 8 अंको के साथ अपने ग्रुप से नंबर वन बनकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
लेकिन सेमीफाइनल मे इंग्लैंड ने क्रिकेट के हर क्षेत्र में भारतीय टीम को बौना साबित कर दिया। इंग्लैंड ने पहले कड़ी और अनुशासित गेंदबाजी करते हुए किसी भी भारतीय बल्लेबाज को खुलकर खेलने का मौका नही दिया और नियमित अंतराल पर एक के बाद एक भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन भेजते रहें।
वहीं भारतीय टीम की गेंदबाजी बेहद साधारण रही पूरे मैच मे भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए संघर्ष करते रहें जिसका नतीजा यह रहा कि इंग्लैंड ने 16 ओवर में ही बिना कोई विकेट खोए यह सेमीफाइनल का मुकाबला आसानी से अपने नाम कर लिया।
पिछले छह विश्वकप में से पांचवी बार ऐसा हुआ है कि टीम इंडिया नॉकआउट दौर से बाहर हुई है इसीलिए भारतीय टीम को क्रिकेट का नया चोकर्स माना जाने लगा है।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान आलराउंडर कपिल देव ने भी टी20 वर्डकप 2022 के सेमीफाइनल मे भारतीय टीम की शर्मनाक हार पर टीम इंडिया को क्रिकेट जगत का नया चोकर्स मान लिया है।
एक टीवी कार्यक्रम में कपिल देव ने कहा कि पिछले छह विश्वकप में से पांच बार नॉकआउट दौर से बाहर हो रही टीम इंडिया को भी अब चोकर्स कहा जा सकता है।
पूर्व कप्तान ने कहा कि हम खिलाड़ियों को लेकर ज्यादा विस्तार में नही जाना चाहते क्योंकि यह वही खिलाड़ी हैं जो पूर्व में कई बार हमे गौरान्वित भी कर चुके हैं। लेकिन अब हम उन्हें चोकर्स जरूर कह सकते हैं।