वैसे तो किसी भी आदमी को उत्तेजित करने में ज्यादा समय नहीं लगता है पत्नी केवल सज-धज कर कुछ कामुक अदाएं दिखा दे, बस इतना ही काफी है पति को उत्तेजित करने के लिए।
फिर भी पुरुषों या पतियों की इच्छा होती है कि उसकी पत्नी भी उसे अपने तरीके से उत्तेजित करें। और पत्नियों का भी यह कर्तव्य है की वह पति की इस इच्छा को अवश्य पूरा करें।
फोरप्ले के द्वारा कोई भी पत्नी अपने पति को इतना ज्यादा उत्तेजित कर सकती है कि पति बेकाबू हो जाएगा जिसे संभालना मुश्किल हो जाता है।
फोरप्ले क्या होता है ? और कोई पत्नी Foreplay द्वारा अपने पति को कैसे उत्तेजित और कामुक बना सकती है ? जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
फोरप्ले (Foreplay) क्या होता है
सेक्सुअल क्रिया के दौरान महिलाएं सोचती हैं कि मुझे तो कुछ करना नहीं है जो करना है पति को ही करना है हमें तो बस हर चीज का आनंद ही लेना है।
इसी सोच की वजह से वह सेक्स क्रिया मे बढ़-चढ़कर भागीदार नहीं बन पाती हैं।
पत्नियों को शायद यह नहीं पता होता है कि पति भी चाहते हैं कि उनकी पत्नी सेक्स में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और यदि पत्नी भी सेक्स के दौरान सक्रिय रहती है तो सेक्स ज्यादा मजेदार बन जाता है।
महिलाओं को समझना चाहिए कि सेक्स का मतलब सिर्फ इंटरकोर्स ही नहीं है कि बस अंदर-बाहर डाला-निकाला और सेक्स हो गया। बल्कि फोरप्ले और आउटप्ले का होना भी उतना ही जरूरी होता है।
फोरप्ले का मतलब होता है कि दोनों पार्टनर द्वारा एक दूसरे के शरीर के हर अंगों से खेला जाए उसे प्यार किया जाए।
परंतु दोनों का तरीका अलग-अलग होता है जब पति, पत्नी के साथ फोरप्ले करता है तो उसका तरीका अलग होता है और यदि पत्नी, पति के साथ फोरप्ले करती है तो उसका तरीका अलग होता है।
संक्षेप में कहा जाए तो सेक्सुअल क्रिया में इंटरकोर्स के पहले अपने पार्टनर को उत्तेजित करके इंटरकोर्स के लिए पूरी तरह से तैयार करना ही फोरप्ले कहलाता है।
पूरी सेक्सुअल क्रिया में फोरप्ले ही अधिक आनंददायक होता है और अपनी इच्छा अनुसार इस क्रिया को जितना लंबा चाहे उतना लंबा चला सकते हैं।
पूरी सेक्सुअल क्रिया का 75 प्रतिशत हिस्सा फोरप्ले का ही होता है।
पत्नी फोरप्ले कैसे करे
बात फोरप्ले की आती है तो पुरुषों को यह बहुत पसंद आता है। वह भी चाहते हैं कि उनके शरीर के अंगों को सहलाया जाए, चूमा जाए।
पत्नियों को यह भी जानना जरूरी है कि फोरप्ले का मतलब सिर्फ टच करना ही नहीं होता है। सेक्सी बातें करना भी फोरप्ले का एक तरीका होता है।
फोरप्ले शरीर के ऊपरी हिस्से से लेकर पैरों तक किया जाता है। पत्नियों को फोरप्ले करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि पुरुषों के शरीर में वह कौन-कौन से अंग होते है जो अधिक सेंसटिव ( Sensitive ) होते हैं।
पुरुषों के शरीर में पीछे की ओर गर्दन के नीचे और कमर से ऊपर के बीच का जो खुला एरिया होता है वह बहुत सेंसटिव होता है इसको सहलाने और चूमने से पुरुष के तन बदन में आग लग जाती है।
परंतु ज्यादातर पत्नियों को इस जगह के बारे में ज्यादा कुछ पता ही नहीं होता है।
महिलाएं फोरप्ले के नाम पर सीधा पति के मुख्य हथियार पर पहुंच जाती हैं और वहीं पर पूरा फोरप्ले खत्म कर देती हैं। कभी-कभी तो पूरा सेक्स भी वहीं पर खत्म हो जाता है।
जबकि पुरुषों के हाथों का अंगूठा भी बहुत सेंसटिव होता है इसे पुरुषों का दूसरा पेनिस समझ सकती हैं पत्नी पति के पेनिस के साथ जो-जो करती है वही चीजें वो अंगूठे के साथ भी करके पति को वही मजा दे सकती है जो पेनिस के साथ करके देती है।
पति के माथे से खेलना शुरू करें उसके कानों से खेलते हुए अंगूठे पर आएं अंगूठे को बिल्कुल मुख्य हथियार की तरह ही समझ कर उसी तरह चुम्मा-चाटी और Oral करें।
महिलाएं पति के निप्पल के साथ बिल्कुल भी नही खेलती हैं जबकि महिलाओं की भांति ही पुरुषों के निप्पल भी अत्यधिक सेंसटिव होते हैं।
पत्नी को भी पति के निप्पल को सहलाना और चूमना चाहिए इससे पति के पूरे शरीर में खून की दौड़ान बढ़ती है और पति की कामुकता अतितीव्र हो जाती है।
फोरप्ले करते हुए पति के चेहरे के भावों को भी देखना चाहिए क्योंकि उत्तेजित होने पर कोई पुरुष महिलाओं की भांति आवाजें नहीं निकालता है परंतु यदि वह अपनी आंखों को थोड़ा बंद रखता है और सांसे कुछ तेज होती हैं तो समझिए उन्हें भी मजा आ रहा है।
ये तो फोरप्ले के कुछ तरीके हैं जिन्हें बताया गया है लेकिन ऐसे बहुत से और तरीके हैं जो पत्नियां परिस्थिति के हिसाब से कर सकती है।
यदि पत्नी को ज्यादा सेक्सी फोरप्ले करना नहीं आता है तो इंटरनेट की मदद से कुछ उस टाइप की मूवी देखकर सीख सकती हैं और अपनी सेक्सुअल लाइफ को रोमांचक और मजेदार बना सकती हैं।
फोरप्ले के फायदे
अगर सेक्सुअल क्रिया के नजरिए से देखा जाए तो फोरप्ले में ही सेक्स का मज़ा है और पूरे सेक्स का 75 प्रतिशत समय फिरप्ले का ही होता है।
किसी पत्नी के लिए फोरप्ले करना इसलिए भी जरूरी होता है कि यदि सबकुछ पति ही हमेशा करता रहेगा तो उसके लिए धीरे-धीरे पत्नी के साथ सेक्स करना नीरस हो जाएगा।
ज्यादातर विवाहित जोड़ों के साथ यही होता है कि शादी के 5-6 साल बाद सेक्स के प्रति उनकी इच्छा भी कम होती जाती है। वह बेमन से ही कभी-कभार भले ही सेक्स कर लेते हैं।
पति की बात करें तो उसकी सेक्स इच्छा कभी खत्म नही होती है लेकिन उसे लगता है कि उसकी पत्नी सेक्स नहीं करना चाहती है या फिर पत्नी के साथ उसे सेक्स करने में मजा नहीं आता है।
इसलिए पति-पत्नी के बीच का रिलेशन लंबे समय तक चले इसकी जिम्मेदारी औरत पर भी बराबर की होती है।
पत्नी को यह बात समझना चाहिए कि सेक्स करना ही जरूरी नहीं है बल्कि सेक्स करते समय सेक्सी दिखना भी जरूरी है।
पति-पत्नी का सेक्स तभी मजेदार होता है जब रात में बेडरूम में पत्नी अपना लाज-शर्म का चोला उतार कर फेक दे।
पति को रात में बेड पर सती के रूप में पत्नी नहीं चाहिए होती है बल्कि उसे एक मस्त, कामुक, निर्लज्ज और बिगड़ैल टाइप की औरत चाहिए होती है।
रात में हर पत्नी को बिगड़ैल औरत के रूप में ही पति के साथ सेक्स करना चाहिए, और हॉट, सेक्सी फोरप्ले करके पति को भी मस्त कर देना चाहिए।
पत्नी के द्वारा जितना कामुक फोरप्ले किया जाएगा उसका फायदा भी पत्नी को ही मिलेगा क्योंकि पत्नी जितना अधिक अपने पति की भूख को बढ़ाएगी पति उतने ही जोश से पत्नी की भूख मिटाएगा।
यह सब करना कोई कठिन काम नहीं है बस पत्नी को कलाकार होना चाहिए और उसे चीजों को करना आना चाहिए।
कोई भी पत्नी थोड़ा सा सेक्सी और बिगड़ैल बनकर बेडरूम में अपने पति के साथ जबरदस्त सेक्स का मजा लेकर अपनी सेक्सुअल लाइफ के साथ-साथ अपने वैवाहिक जीवन को खुशहाल, मजेदार और सुखमय बना सकती है।